तुलसी पूजन दिवस पर ताजगी और नए उत्साह के साथ, लोग तुलसी की पूजा करते हैं जो धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व से भरपूर है। इस दिन विशेष रूप से तुलसी के पौधों को सजाकर पूजा जाता है, जिससे लोगों को धार्मिक एवं आध्यात्मिक संबंध मजबूती से महसूस होती है। तुलसी पूजन दिवस को समर्पित करके लोग भगवान विष्णु की पूजा करते हैं और इसे धार्मिक तथा परंपरागत महत्वपूर्ण मानते हैं।’
इस दिन अधिकांश मंदिरों में और तुलसी पूजन दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिन लोग तुलसी का पौधा लगाते हैं और तुलसी के पौधे को अन्य लोगों के बीच वितरित करते हैं। इसके लिए कई जगह प्रोग्राम आयोजित किए जाते हैं। दरअसल, तुलसी की पूजा करना बहुत ही शुभ माना जाता है। माना जाता है कि तुलसी माता की पूजा सुख समृद्धि प्रदान करती है। भगवान विष्णु को तो तुलसी बहुत ही प्रिय है, उनके बिना वे कोई भोग स्वीकार नहीं करते हैं। अगर घर में तुलसी है, तो हमें तुलसी पूजा के नियमों का पालन करना चाहिए। कुछ तारीखों को विशेष रूप से चुना गया है, जिन पर तुलसी को नहीं छूटना चाहिए। रविवार को तुलसी में पानी नहीं देना चाहिए, अगर घर में धन-धान्य की कमी है, तो तुलसी की मंजरी को लाल रंग के कपड़े में बांधना चाहिए। इसके बाद इस कपड़े को घर की तिजोरी में रखना चाहिए। मां लक्ष्मी आपको धन-धान्य प्रदान करेंगी। इस दिन तुलसी-पूजन, माला का जाप करना चाहिए। तुलसी जी को कभी भी गंदे हाथों से या बिना नहाए छूना चाहिए। इसके अलावा तुलसी के पत्तों को चबा कर नहीं खाना चाहिए। तुलसी को घर में रखा गया है तो रोज इस पर दीपक जलाना चाहिए और जल को देवता को अर्पित करना चाहिए।’